उसकी पत्नी के पैर जिन्हें वह सुल्तानों की इच्छा से चाहता था, हिल गए। उसकी उत्तेजना बढ़ गई, क्योंकि उसने उसके पैर की उंगलियों का आनंद लिया। उसने अपना चोगा खोल दिया, खुद को सहलाते हुए, उसके पतले, सोले हुए पैरों पर चरमोत्कर्ष प्राप्त करने की कोशिश की। आनंद, शोर, गंध, उसकी एड़ी का एहसास...